Vodafone Idea Share: टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ी कंपनी-वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) को तगड़ा रिस्पॉन्स मिला है। इस रिस्पॉन्स से घरेलू या विदेशी ब्रोकरेज का भी कंपनी को लेकर भरोसा बढ़ा है। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि यह टेलीकॉम सेक्टर के लिए एक अहम मोड़ है। इससे टेलीकॉम सेक्टर पर पॉजिटिव असर पड़ा है।
टारगेट प्राइस को बढ़ाया
इसी के साथ नुवामा ने वोडाफोन आइडिया के टारगेट प्राइस को पहले के 7 रुपये से बढ़ाकर डबल यानी 14 रुपये कर दिया है। इसके साथ ही शेयर पर ‘होल्ड’ की रेटिंग बरकरार रखी है। आपको बता दें कि वर्तमान में वोडाफोन आइडिया के शेयर की कीमत 13.09 रुपये है। बुधवार को यह शेयर 9.03% टूटकर बंद हुआ। ट्रेडिंग के दौरान शेयर की कीमत 13.02 रुपये तक लुढ़क गई। बता दें कि शेयर की पिछली क्लोजिंग 14.39 रुपये की थी। मतलब ये हुआ कि बीते मंगलवार को ही कंपनी ने नुवामा के टारगेट प्राइस को पार कर लिया था। एक जनवरी 2024 को शेयर 18.42 रुपये तक गया। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है।
वोडाफोन आइडिया को लेकर नुवामा की चिंताएं
नुवामा की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एफपीओ और टैरिफ बढ़ोतरी के बाद भी वोडाफोन आइडिया की बड़ी समस्या इसकी 2.5 लाख करोड़ रुपये की देनदारियों से भरी बैलेंस शीट और 2.1 लाख करोड़ रुपये की स्पेक्ट्रम और एजीआर देनदारियां हैं। नुवामा को वोडाफोन आइडिया द्वारा कुल 45,000 करोड़ रुपये की फंड जुटाने की उम्मीद है, जिसमें 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज भी शामिल है। ब्रोकरेज का अनुमान है कि अगली आठ तिमाहियों में वोडाफोन आइडिया का पूंजीगत खर्च 40,000 करोड़ रुपये रहेगा। नुवामा का अनुमान है कि कंपनी अगले दो-तीन वर्षों में अपने एबिटा को दोगुना कर 35,000 करोड़ रुपये करना चाहती है।
18,000 करोड़ रुपये जुटाए
कर्ज में डूबी कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने देश के अब तक के सबसे बड़े एफपीओ के तहत 18,000 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं। शेयर बाजार के आंकड़ों से पता चला कि एफपीओ के अंतिम दिन सोमवार को इसे लगभग 7 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है।