मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के अलावा JSW नियो एनर्जी सहित सात कंपनियों ने बैटरी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत आवेदन किया है। सरकार ने मंगलवार को कहा कि उसे इन कंपनियों से 3,620 करोड़ रुपये के बजट के साथ 10 गीगावाट क्षमता वाले प्लांट स्थापित करने के लिए आवेदन मिले हैं।
सूची में शामिल अन्य बोलीदाताओं में एसीएमई क्लीनटेक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, अमारा राजा एडवांस्ड सेल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, अन्वी पावर इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, लुकास टीवीएस लिमिटेड और वारी एनर्जीज लिमिटेड शामिल हैं।
70 गीगावाट वाले प्लांट के लिए बोलियां
भारी उद्योग मंत्रालय की इस साल 24 जनवरी को जारी एक ग्लोबल कॉन्ट्रैक्ट के जवाब में कुल 70 गीगावाट क्षमता वाले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए बोलियां मिली हैं। मंत्रालय ने कहा- इस योजना को उद्योग से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली क्योंकि प्राप्त बोलियां 10 गीगावाट की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता से सात गुना अधिक थीं।
मंत्रालय ने 10 गीगावाट अपग्रेडेड रासायन सेल (एसीसी) मैन्युफैक्चरिंग के लिए पीएलआई की फिर से बोली लगाने की घोषणा की थी। बोली से पहले बैठक 12 फरवरी को हुई थी। आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तारीख 22 अप्रैल थी और तकनीकी बोलियां मंगलवार को खोली गईं।
रिलायंस इंडिया इन्वॉल्व्ड रैंकिंग में शीर्ष पर
इस बीच, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ‘इंडिया इन्वॉल्व्ड रैंकिंग’ 2023 में शीर्ष स्थान हासिल किया है। यह सूचकांक इस बात की पड़ताल करता है कि भारतीय कंपनियां विकसित भारत के लिए किस तरह प्रतिबद्ध है। भारतीय शोध संस्थान ‘स्कॉच’ ने छह महीने के अध्ययन के बाद रैंकिंग और सूचकांक तैयार किया। इसमें 231 संकेतकों के आधार पर कई कंपनियों का विश्लेषण करके ‘इंडिया इन्वॉल्व्ड रैंकिंग’ पर शीर्ष-20 कंपनियों की सूची तैयार की गई।
रिलायंस के बाद हिंदुस्तान यूनिलीवर और अडानी समूह का स्थान है। स्कॉच ने बयान में बताया कि जिओ प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड ने डिजिटल रूपांतरण श्रेणी में ‘इंडिया इन्वॉल्व्ड रैंकिंग’ में शीर्ष स्थान हासिल किया। इसके बाद ल्युपिन और हेरिटेड फूड का स्थान था।