Yes Bank के शेयरों ने एकबार फिर निवेशकों की उम्मीद बढ़ा दी है। 22 अप्रैल को Yes Bank के शेयर 5 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 25.25 रुपए पर बंद हुए। आखिर ऐसी क्या खबर आ गई कि Yes Bank के शेयरों में फटाफट खरीदारी बढ़ गई है। अगर आपने ध्यान दिया होगा तो पिछले कुछ समय से लगातार Yes Bank से जुड़ी खबरें आ रही हैं। सबसे पहले यह खबर आई थी कि Yes Bank को कोई विदेशी बैंक खरीद सकता है। 22 अप्रैल को खबर आई है कि दुबई का सबसे बड़ा बैंक एमिरेट्स NBD भारत के Yes Bank में मेजॉरिटी हिस्सेदारी ले सकता है। हालांकि इससे पहले 12 अप्रैल को मनीकंट्रोल ने बताया था कि Yes Bank में जापान के मित्सुबिशी UFJ फाइनेंशियल ग्रुप और सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन यानि SMBC भी स्टेक लेना चाहता है। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि दुबई का बैंक इस रेस में आगे निकल गया है।
अब सवाल ये है कि Yes Bank में अपनी हिस्सेदारी कौन बेच रहा है। दरअसल 2020 में जब Yes Bank डूबने वाला था तो इसकी रीस्ट्रक्चरिगं के लिए SBI की अगुवाई में एक कंसोर्शियम बनाया गया था। इस कंसोर्शियम में कई बैंक शामिल थे जिन्होंने Yes Bank में हिस्सेदारी खरीद कर इसे डूबने से बचाया था। अब यह कंसोर्शियम ही अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए खरीदार की तलाश में है।
Yes Bank में कितनी हिस्सेदारी बेचने का है प्लान
अगर हम 19 अप्रैल के Yes Bank के शेयर प्राइस को देखें तो कंसोर्शियम की 51 फीसदी हिस्सेदारी 35,139 करोड़ रुपए मे बिकेगी। अभी Yes Bank में SBI की सबसे ज्यादा 26.13 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके अलावा LIC, HDFC Bank, ICICI Bank, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक और IDFC First Bank के पास 13.84-13.84 फीसदी हिस्सेदारी है।
Yes Bank जिस हाल में है रिटेल इनवेस्टर्स को हमेशा इससे दूर रहने की सलाह दी गई है। लेकिन इस बीच दो प्राइवेट इक्विटी कंपनियों ने इसमें स्टेक खरीदा है। जुलाई 2022 में दो प्राइवेट इक्विटी फर्म कार्लाइल और एडवेंट इंटरनेशनल ने Yes Bank में स्टेक लिया था। तब बैंक ने इक्विटी शेयर और वारंट्स जारी करके 10-10 फीसदी हिस्सेदारी के बदले 8900 करोड़ रुपए जुटाए थे।
Yes Bank में स्टेक लेने की होड़ क्यों मची
अब एक सवाल आपके मन में जरूर आ रहा होगा कि पिछले कुछ साल में Yes Bank ने कोई जबरदस्त तेजी नहीं दिखाई है फिर क्यों इसमें हिस्सेदारी लेने की होड़ मच गई है।
दरअसल इसका जवाब आपको Yes Bank बैंक की नई रणनीति में देखने को मिल सकता है। हाल ही में बैंक के CEO प्रशांत कुमार ने कहा था कि रिटर्न ऑन एसेट्स यानि RoA बढ़ाने के लिए बैंक का फोकस अब रिटेल लोन पर नहीं, बल्कि स्मॉल और मीडियम साइज के लोन पर फोकस करेगी। बैंक का टारगेट है कि अगले दो साल में RoA को 1 फीसदी जबकि 3 से 5 साल में 1.5 फीसदी पहुंचाना है।
सोमवार को Yes Bank के शेयरों में तेजी की दूसरी वजह टैक्स रिफंड भी है। असेसमेंट ईयर 2011-12 से 2013-14 के लिए Yes Bank को 284.21 करोड़ रुपये का टैक्स रिफंड मिलने वाला है। बैंक ने 19 अप्रैल को स्टॉर एक्सचेंज को ये जानकारी दी थी। बैंक ने बताया था कि उसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से जानकारी मिली है कि असेसमेंट ईयर 2011-12 से 2013-14 के लिए उसे 284.21 करोड़ रुपए का टैक्स रिफंड मिलने वाला है। 284.21 करोड़ में 113.44 करोड़ रुपए का इंटरेस्ट भी शामिल है।
Yes Bank के लिए एक खबर ये भी
इसके साथ ही Yes Bank से जुड़ी एक खबर ये है कि बैंक ने CA Basque Investments को 2 रुपये फेस वैल्यू के 1.28 अरब फुली पेड अप इक्विटी शेयर अलोकेट किए हैं। बैंक ने 21 अप्रैल को एक एक्सचेंज को यह जानकारी दी थी। बैंक ने बताया था कि 13 दिसंबर 2022 को सीए बास्क को 14.82 रुपये प्रति शेयर वारंट के हिसाब से एलोकेट किए 1.28 अरब शेयर वारंट हैं। और इन शेयर वॉरंट्स को प्रीफरेंशियल अलॉटमेंट रूट से एलोकेट किया गया था।
CA Basque Investments एक स्पेशल पर्पज व्हीकल है। इसका मालिकाना हक CA Marans Investments (Mauritius) के पास है। इस फंड को कार्लाइल ग्रुप के सहयोगी मैनेज करते हैं। ग्लोबल इनवेस्टमेंट फर्म Carlyle Group का यस बैंक में निवेश भी है।
Yes Bank के शेयरों का कैसा रहा प्रदर्शन
Yes Bank का शेयर 22 अप्रैल को BSE पर 5 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ 25.21 रुपये पर क्लोज हुआ। बैंक का मार्केट कैप 72,523.83 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले एक साल में Yes Bank का शेयर 60 फीसदी चढ़ चुका है। Yes Bank के शेयरों का 52 हफ्तों का हाइएस्ट लेवल 32.81 रुपये है, जो 9 मई 2024 को देखा गया था। 52 सप्ताह का निचला स्तर 14.10 रुपये 23 अक्टूबर 2023 को दर्ज किया गया था।
इन तमाम अच्छी बातों के बावजूद रिटेल इनवेस्टर्स को फिलहाल इस शेयर में कोई आक्रामक इनवेस्टमेंट नहीं करना चाहिए।