Hindustan Copper Shares: हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों में सोमवार 22 अप्रैल को कारोबार के दौरान 7 फीसदी से अधिक की तेजी आई और इसने 394 रुपये के अपने नए 52-वीक हाई को छू लिया। कंपनी के शेयरों में यह तेजी ऐसे समय में आई है, जब कॉपर की कीमतें 10,000 डॉलर प्रति टन के पास पहुंच गई। बाजार को उम्मीद है कि ग्लोबल इकोनॉमी में रिकवरी के चलते कॉपर की मांग आने वाले समय में बढ़ सकती है। इसी के चलते इस मेटल की कीमतें बढ़ रही हैं। अमेरिका और चीन में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों के बढ़ने के संकेत के बाद मेटल्स की कीमतों में हाल में तेजी से बढ़ी हैं। बता दें कि अमेरिका और चीन, दुनिया के 2 सबसे बडी इकोनॉमी हैं।
शंघाई के एक्सचेंज पर, कॉपर के दाम 22 अप्रैल को शुरुआती कारोबार में 9,950 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गए थे। खबर लिखे जाने के समय यह 9,970 डॉलर प्रति टन के भाव पर कारोबार कर रहा था। कॉपर की कीमतों में तेजी का एक कारण यह भी है कि इसके उत्पादन में कच्चे माल की कमी के चलते गिरावट आई है। इसके अलावा ग्रीन एनर्जी पर सरकारों के बढ़ते फोकस से भी इसका डिमांड आउटलुक बेहतर हुआ है।
कॉपर, गोल्ड और दूसरे मेटल्स में इस साल की शुरुआत से ही तेजी देखने को मिली है। चाइनीज रिसर्च फर्म Antaike के मुताबिक, अभी इन मेटल्स की कीमतें और बढ़ सकती है। ग्लोबल लेवर पर अनिश्चित आर्थिक हालात के बीच चीन में मांग बढ़ने से मेटल्स को मजबूती मिल सकती है।
इससे पहले अमेरिकी रिसर्च फर्म जेफरीज (Jefferies) ने मार्च में कहा था कि कॉपर का आउटलुक उसके अनुमान से कहीं तेजी से बेहतर हो रहा है। इसके एनालिस्ट्स को अनुमान है कि अगले कुछ समय तक बाजार में कॉपर की मांग, उसके सप्लाई से अधिक रहने वाली है। ऐसे में कॉपर की कीमतों में अच्छी तेजी की उम्मीद है।
कारोबार के अंत में, हिंदुस्तान कॉपर के शेयर एनएसई पर 4.56 फीसदी की तेजी के साथ 380.70 रुपये के भाव पर बंद हुए। साल 2024 में अबतक हिंदुस्तान कॉपर के शेयरों का भाव 40.22 फीसदी बढ़ चुका है। वहीं पिछले एक साल में इस शेयर ने अपने निवेशकों को 283.38 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।