बीते हफ्ते शेयर बाजारों में युद्ध की आशंका ही हावी रही. ईरान और इजरायल के तनाव के बीच बाजार में तेज करेक्शन देखने को मिला. FIIs ने भरभरकर बिकवाली की. दो बड़ी चीजें रहीं. एक तो ईरान का इजरायल पर हमला, दूसरा इजरायल के रिटैलिएशन की खबरें. दुनिया भर के बाजारों में गिरावट नजर आई. घरेलू बाजारों में पूरे हफ्ते गिरावट बनी रही. निवेशकों का पैसा डूबा. FIIs ने तो इस हफ्ते 20 हजार करोड़ से ज्यादा की बिकवाली की.
कैसी रही बाजार की चाल?
यूएस मार्केट्स भी इससे अछूते नहीं रहे. डाओ और नैस्डैक भी दबाव का शिकार हुए. वहां यूएस फेड के सदस्यों के बयान का इंपैक्ट भी प्लेआउट होता दिख रहा है. 3 मेंबर्स की ओर से ऐसे कॉमेंट आए हैं कि फिलहाल ब्याज दरों में कटौती का समय नहीं है. साथ ही अब ये डर भी बढ़ रहा है कि मौजूदा माहौल को देखते हुए रेट कट की जगह रेट हाइक की बात न होने लगे, जिससे बाजार में निगेटिव माहौल बना हुआ है.
उधर, जापान के इंडेक्स निक्केई में 1,000 अंकों से ज्यादा की गिरावट आई है. क्रूड 90 डॉलर प्रति बैरल के आसपास चल रहा है और सोने ने इस हफ्ते रिकॉर्डतोड़ तेजी देखी है. यूएस में 10 सालों की बॉन्ड यील्ड 4.6 पर्सेंट के पार चला गई है तो डॉलर इंडेक्स 106 के पार निकल गया है. लिस्टेड कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे भी खबरों में रहे. इन्फोसिस, विप्रो और बजाज ऑटो ने Q4 Results पेश किए. इन्फोसिस का प्रदर्शन अनुमान से खराब रहा, जिससे शेयरों में गिरावट देखने को मिली.
अगले हफ्ते कहां रहेगी नजर?
अगले हफ्ते HDFC Bank, ICICI Bank Reliance Industries, Tata Consumer, LTI Mindtree, Bajaj Finance, Bajaj Finserve सहित कुछ और कंपनियों के नतीजों पर नजर रहेगी. अगर आउटलुक की बात करें तो ईरान-इजरायल के बीच तनाव और युद्ध की आशंका ही बाजार के लिए सबसे बड़ा फैक्टर रहेगी. वीकेंड के दौरान हलचल बाजार के लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं. आरबीआई मिनट्स में इकोनॉमी और महंगाई को लेकर जो कॉमेंट्स आएंगे वो और यूएस के मैक्रो इकोनॉमिक डेटा भी बाजार को स्पूक कर सकते हैं. इसके अलावा FIIs के एक्शन और क्रूड, डॉलर इंडेक्स और बॉन्ड यील्ड जैसे प्राइमरी ट्रिगर्स में एक्शन भी देखना होगा.