FIIs Buying: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने अप्रैल माह की दूसरे पखवाड़े में भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई और 38,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया। इसमें से भी 60 फीसदी रकम उन्होंने अकेले फाइनेंशियल सेक्टर पर लगाया। विदेशी निवेशकों ने फाइनेंशियल सेक्टर के शेयरों में 22,910 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड खरीदारी की। दूसरे स्थान पर कैपिटल गुड्स सेक्टर रहा, जिसमें FIIs ने अप्रैल महीने के दूसरे पखवाड़े के दौरान 2,944 करोड़ रुपये की खरीदारी की। इससे पहले पहले पखवाड़े में उन्होंने इस सेक्टर से 3,019 करोड़ रुपये की खरीदारी की थी।
तीसरे स्थान पर टेलीकॉम सेक्टर रहा, जिसमें विदेशी निवेशकों ने दूसरे पखवाड़े के दौरान 2,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया। पहले पखवाड़े में भी विदेशी निवेशकों ने इस सेक्टर में 2,137 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
तेल और गैस क्षेत्र ने भी मजबूत प्रदर्शन किया और इसमें 2,401 करोड़ रुपये का एफआईआई प्रवाह दर्ज किया गया। एफएमसीजी कंपनियों ने भी विदेशी निवेशकों का ध्यान खींचा और इस क्षेत्र में 2,330 करोड़ रुपये का निवेश आया। इसके अलावा उपभोक्ता, केमिकल, सर्विस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे क्षेत्रों में भी एफआईआई ने वापसी की और अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है।
यल एंड गैस शेयरों में विदेशी निवेशकों ने 2,401 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि FMCG शेयरों में 2,330 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। इसके अलावा कंज्यूमर, केमिकल, सर्विसेज और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे सेक्टर्स में भी FIIs ने वापसी की और अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। कंज्यूमर और केमिकल सेक्टर में उन्होंने क्रमश: 1,983 करोड़ रुपये और 1,184 करोड़ रुपये का निवेश किया। वहीं सर्विसेज और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर्स में 965 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।
हालांकि दूसरी ओर, विदेशी निवेशकों ने आईटी, ऑटो, मेटल्स एंड माइनिंग, कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट सेक्टर में बिकवाली करना जारी रखा है। आईटी सेक्टर को लगातार बिकवाली का सामना करना पड़ रहा है। अप्रैल के दूसरी पखवाड़े में विदेशी निवेशकों ने इस सेक्टर में 1,385 करोड़ रुपये की बिकवाली की। पहले पखवाड़े में भी उन्होंने 13,828 करोड़ रुपये की भारी निकासी की थी।
इसके अलावा विदेशी निवेशकों ने ऑटो सेक्टर से 645 करोड़ रुपये, मेटल और माइनिंग से 645 करोड़ रुपये, कंस्ट्रक्शन से 425 करोड़ रुपये और रियल एस्टेट से 353 करोड़ रुपये की निकासी की है।
