पेटीएम के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी कानून और नियामकीय प्रक्रियाओं के अनुसार मामले के समाधान के लिए काम कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय ने बयान में कहा कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए पेटीएम की प्रमुख कंपनी वन97 कम्युनिकेशन लि. (ओसीएल), इसके प्रबंध निदेशक और लिटिल इंटरनेट प्राइवेट लि. और नियरबाय इंडिया प्राइवेट लि. जैसी पेटीएम की अन्य अनुषंगी कंपनियों को लगभग 611 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
जांच में पाया गया कि वन 97 कम्युनिकेशन लि. ने सिंगापुर में विदेशी निवेश किया और अनुषंगी की वैश्विक अनुषंगी के गठन के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को आवश्यक सूचना नहीं दी। इसमें आरोप लगाया गया कि वन97 कम्युनिकेशन ने आरबीआई के निर्धारित उचित मूल्य निर्धारण दिशानिर्देशों का ‘पालन किये बिना’ विदेशी निवेशकों से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) भी प्राप्त किया था। ईडी ने कहा कि वन97 कम्युनिकेशन की भारत में अनुषंगी लिटिल इंडिया प्राइवेट लि. को विदेशों से FDI मिला। लेकिन इसके लिए RBI के कीमत निर्धारण दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया। अन्य अनुषंगी कंपनी… नियरबाय इंडिया प्राइवेट लि. ने आरबीआई की समयसीमा के भीतर कंपनी द्वारा प्राप्त एफडीआई के बारे में जानकारी नहीं दी।
पेटीएम ने पिछले शनिवार (एक मार्च) को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा था कि उसे कंपनी और उसकी दो अनुषंगी कंपनियों… लिटिल इंटरनेट और नियरबाय… के कुछ निवेश लेनदेन के संबंध में फेमा नियमों के कथित उल्लंघन के लिए ईडी से नोटिस मिला है। बाद में, पेटीएम ने स्पष्ट किया कि कथित उल्लंघन उस अवधि से संबंधित है जब दोनों कंपनियां उसकी अनुषंगी कंपनियां नहीं थीं। इसने 2017 में दोनों कंपनियों का अधिग्रहण किया था।
कंपनी के अनुसार, कथित उल्लंघन में वन97 कम्युनिकेशन के 245 करोड़ रुपये से अधिक के लेनदेन, लिटिल इंटरनेट (एलआईपीएल) के लगभग 345 करोड़ रुपये और नियरबाय इंडिया (एनआईपीएल) के लगभग 21 करोड़ रुपये के लेनदेन को सूचीबद्ध किया गया है। इसमें कहा गया, ‘‘कथित उल्लंघन वन97 कम्युनिकेशन , एलआईपीएल और एनआईपीएल से संबंधित कुछ निवेश लेनदेन से जुड़े हैं।’’
पेटीएम के प्रवक्ता ने बयान में कहा, ‘‘हम लागू कानूनों और नियामकीय प्रक्रियाओं के अनुसार मामले को हल करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हम अनुपालन और संचालन के उच्चतम मानकों के अनुपालन में प्रक्रियाओं को मजबूत करने और बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
Paytm पर पहले भी हुई है कार्रवाई
पिछले साल, कंपनी ने किसी भी जांच या विदेशी मुद्रा नियमों के उल्लंघन से इनकार किया था, जिसमें उसकी सहयोगी इकाई Paytm Payments Bank Limited भी शामिल थी। इससे पहले, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने Paytm Payments Bank में कई नियमों के उल्लंघन को लेकर गंभीर चिंता जताई थी।
RBI ने 31 जनवरी 2024 को बड़ा फैसला लेते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक की ज्यादातर सेवाओं को 1 मार्च 2024 से बंद करने का आदेश दिया था। आरबीआई ने कहा था कि बैंक के खिलाफ लगातार नियमों के उल्लंघन और गंभीर पर्यवेक्षी चिंताओं के कारण यह कार्रवाई की गई है। इस फैसले के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक में डिपॉजिट, फंड ट्रांसफर और वॉलेट टॉप-अप जैसी सेवाएं प्रभावित होंगी।
